रुद्रनाथ मंदिर के कपाट 18 मई को खुलेंगे: चतुर्थ केदार के दर्शन के लिए तैयारियां पूरी

उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित पंच केदारों में से एक, रुद्रनाथ मंदिर के कपाट 18 मई 2025 को ब्रह्म मुहूर्त में प्रातः 4 बजे ग्रीष्मकाल के लिए खोले जाएंगे। यह तिथि बसंत पंचमी के दिन गोपीनाथ मंदिर, गोपेश्वर में आयोजित पंचांग पूजा के बाद निर्धारित की गई। इस अवसर पर भगवान रुद्रनाथ की चल विग्रह डोली 14 मई को गोपीनाथ मंदिर से बाहर लाई जाएगी और 16 मई को रुद्रनाथ मंदिर के लिए प्रस्थान करेगी। 18 मई को विधिपूर्वक कपाट खोले जाएंगे, और इस वर्ष की पूजा अर्चना का जिम्मा पुजारी सुनील तिवारी के पास होगा। 

रुद्रनाथ मंदिर समुद्रतल से 11,808 फीट की ऊँचाई पर स्थित है और यह भगवान शिव के मुखारविंद के दर्शन के लिए प्रसिद्ध है। यह एकमात्र ऐसा स्थान है जहाँ शिव के मुख के दर्शन होते हैं, जो इसे शिवभक्तों के लिए अत्यधिक आस्था का केंद्र बनाता है। मंदिर तक पहुँचने के लिए श्रद्धालुओं को गोपेश्वर से 19 किलोमीटर की पैदल यात्रा करनी होती है, जिसमें पनार और अन्य मखमली बुग्यालों के दृश्य मनमोहक होते हैं।

कपाट खुलने के दिन, मंदिर को गेंदे के फूलों से सजाया जाएगा और भंडारे का आयोजन भी किया जाएगा। श्रद्धालु नारद कुंड में स्नान कर भगवान रुद्रनाथ के जलाभिषेक के लिए जल लाएंगे, और फिर वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ मंदिर के कपाट खोले जाएंगे। 

रुद्रनाथ मंदिर के कपाट खुलने की इस विशेष तिथि पर, श्रद्धालुओं से अपील की जाती है कि वे यात्रा के दौरान मौसम और रास्ते की कठिनाइयों को ध्यान में रखते हुए उचित तैयारी करें। स्थानीय प्रशासन और मंदिर समिति ने यात्रा को सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ की हैं।

रुद्रनाथ मंदिर के कपाट खुलने की तिथि और यात्रा संबंधी जानकारी के लिए, श्रद्धालु स्थानीय समाचार पत्रों और मंदिर समिति की आधिकारिक वेबसाइट पर नियमित रूप से अपडेट्स चेक करें।

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